कटिहार। डडखोरा थाने में उपद्रवियों के द्वारा किए गए हमले में एक नया मोड़ आया है। सोमवार को प्रमोद कुमार मंडल पुलिस उप महानिरीक्षक, पूर्णिया क्षेत्र (डीआईजी) डडखोरा थाना पहुंचे थे।
जहां घंटों जांच के बाद थानाध्यक्ष ओमप्रकाश महतो को निबलिंत कर दिया गया है।
डीआईजी ने कहा कि 28 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा, प्रभारी सदर एसडीपीओ सदाम हुसैन की उपस्थिति में 26 अप्रैल को डंडखोरा थाना पर किए गए पुलिस पर हमला के संबंध में जांच की गई।
डीआईजी ने कहा कि पुलिस अधीक्षक के द्वारा डडखोरा थाना में लगे सीसीटीवी कैमरा का अवलोकन कर बताया गया कि पकड़े गए अभियुक्त सूरज चौहान को 24 घंटे से अधिक समय तक थाना में रखा गया तथा लोगों में यह सूचना प्रेषित हुई कि उसके साथ बुरी तरीके से मारपीट की गई। जिससे आक्रोश उत्पन्न हुआ।
'थानाध्यक्ष की गलत मंशा को दिखाता है...'
अभियुक्त को गश्ती दल द्वारा गिरफ्तार कर रात में लाया गया और उसे थाना सिरिस्ता या हाजत में न रख कर थाना से अलग गार्ड रूम में रखा गया। जो गैर कानूनी है और थानाध्यक्ष की गलत मंशा को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा यह अफवाह फैलाई गई कि गिरफ्तार अभियुक्त सूरज चौहान की हत्या कर दी गई है। जिससे आक्रोशित होकर लोगों द्वारा थाना पर एवं पुलिस पदाधिकारी व कर्मी पर हमला किया गया। उक्त हमला, घटना के संबंध में थानाध्यक्ष डंडखोरा के पास आसूचना का भी अभाव परिलक्षित हुआ।
इस घटना से पुलिस की छवि धूमिल हुई है। उक्त आरोप में पुअनि ओमप्रकाश महतो, थानाध्यक्ष डंडखोरा को सामान्य जीवन यापन भत्ता पर निलंबित किया जाता है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय पुलिस केन्द्र होगा। पुलिस अधीक्षक किसी योग्य पुलिस पदाधिकारी को थानाध्यक्ष डंडखोरा के पद पर पदस्थापित करेंगे।
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