मधेपुरा जिले के बिहारीगंज थाना क्षेत्र के हथिऔंधा सिन्दुरिया टोला के प्रमोद यादव का काफी लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उसपर पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा एवं कटिहार रेल जिले के विभिन्न थानों में 20 से भी अधिक कांड दर्ज हैं, जिनमें हत्या, डकैती, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट, पुलिस पर हमला जैसे कई गंभीर अपराध शामिल हैं।
रांची के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू से उसका सीधा संबंध था और उसके गुर्गों को वह पनाह देता था। बिहार पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव की गिरफ्तारी को लेकर STF की टीम मधेपुरा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी करने पहुंची थी।
पुलिस को देखकर प्रमोद यादव व उसके गैंग ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में गिरोह का सरगना प्रमोद यादव मारा गया। घटनास्थल से कारबाइन, 2 पिस्टल, तथा कई राउंड जिंदा कारतूस बरामद हुआ।
घटनास्थल पर वरीय पुलिस पदाधिकारी और FSL की टीम पहुंच चुकी है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। वर्ष 2020 के जनवरी माह में हथियार से लैस प्रमोद यादव गैंग ने पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था।
साल 2020 में जून माह में जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर वह पुलिस बनकर आया और अपने गांव हथिऔंधा के ही इन्द्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं, वर्ष 2021 में उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पूर्णिया जिले के बड़हारा थाना क्षेत्र के मोजमपट्टी गांव के अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो अपनी पत्नी के हत्याकांड के मुख्य गवाह थे।