मुुजफ्फरपुर। जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान सेना से प्रशिक्षित आधा दर्जन आंतकियों के राज्य में घुसने की सूचना मिली है। इसको लेकर जिले में अलर्ट जारी किया गया है। ये आतंकी भारत- नेपाल सीमा से राज्य में घुसे हैं। पुलिस की स्पेशल ब्रांच के एसपी ने मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों के एसएसपी / एसपी को इस आशय का पत्र भेजकर अलर्ट किया है।
यह मिली गुप्त सूचना
स्पेशल ब्रांच के एसपी ने अपने पत्र में कहा है कि ऐसी गुप्त सूचना मिली है कि पाक समर्थित तकरीबन दो दर्जन आतंकी भारत की सीमा में घुसे हैं। इनमें 15 दिनों के अंदर नेपाल से राज्य की सीमा में तकरीबन आधा दर्जन आतंकियों ने प्रवेश किया है। उनके निशाने पर राज्य के बड़े राजनेता व अन्य प्रमुख स्थान हो सकते हैं।
कश्मीर में चरमपंथ को दे रहे बढ़ावा
गौरतलब है कि पाक समर्थित यह आतंकवादी संगठन कश्मीर में अपनी गतिविधियों को संचालित करता है। वहां के चरमपंथ में इसका बहुत बड़ा हाथ है। हाल में इस संगठन की कमान पाकिस्तानी मूल के आतंकी अब्दुला रशीद गाजी ने संभाल रखी है। उसके अलावा दक्षिण कश्मीर में जैश के दो अन्य कमांडर वलीद और इस्माइल उर्फ लंबू भी सक्रिय हैं। घाटी में जैश के लगभग 55 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें 40 विदेशी हैं। दरअसल, पुलवामा हमला दोहराने की साजिश में जैश कमांडर अब्दुल रहमान उर्फ फौजी के साथ इस्माइल और गाजी रशीद शामिल थे। करीब तीन साल से कश्मीर में सक्रिय गाजी पर सुरक्षाबलों ने 10 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। वह भी अफगानिस्तान में तालिबान और अलकायदा के आतंकियों के साथ मिलकर अमेरिकी फौजों के खिलाफ लड़ चुका है। वर्ष 2017 की गर्मी में पहली बार सुरक्षाबलों को कश्मीर में उसकी मौजूदगी का पता चला था। शुरू में वह बड़गाम और पुलवामा जिले के बीच के इलाकों में सक्रिय रहा। वर्ष 2019 में पुलवामा में जैश के आत्मघाती हमले के बाद सुरक्षाबलों से बचने के लिए वह कुछ समय तक उत्तरी कश्मीर में अपने किसी ठिकाने पर चला गया था।
