सहरसा। कोरोना संक्रमण कोविड- 19 और लॉकडाउन के दौरान किसी मामले में गिरफ्तार सहरसा जिले के बंदियों के लिए बनकर तैयार जुबेनाइल जेल नया बसेरा बनेगा।
कारा महानिरीक्षक द्वारा अस्थाई जेल के लिए मांगे गए प्रस्ताव के जबाव में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने इसके लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी है। हालांकि अबतक सहरसा समेत कोसी प्रमंडल के तीनों जिले के नए बंदियों को वीरपुर कारा में रखा जा रहा है। परंतु, सहरसा जिलाधिकारी द्वारा हाल में ही बनकर तैयार किशोर कैदखाना जुबेनाइल जेल को अस्थाई कारा के रूप में उपयोग करने के लिए कारा विभाग को प्रस्ताव भेजा है। काराधीक्षक सुरेश चौधरी ने बताया कि स्थानीय स्तर पर अस्थायी कारा की व्यवस्था होने से बंदियों को वीरपुर भेजे जाने की समस्या से निजात मिलेगी। कहा कि चूंकि पूर्व में बिहार के जिन 12 जेल को अस्थायी जेल के रूप में चिह्नित कर उच्च न्यायालय को सूचित किया गया है, इसमें वीरपुर भी शामिल है। सहरसा डीएम के प्रस्ताव पर मुहर लगते ही सहरसा के किशोर कैदखाना को इसके लिए उपयोग किया जाने लगेगा।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के दौरान सुरक्षा की ²ष्टि से उच्च न्यायालय वे नए बंदियों के लिए अस्थायी जेल बनाने का निर्देश दिया था। इस आलोक में कारा महानिरीक्षक ने सभी डीएम ने इसके लिए प्रस्ताव मांगा था। सहरसा डीएम ने जुबेनाइल जेल का उपयोग किए जाने का प्रस्ताव भेजा है।