पटना : बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बुधवार को कहा कि सरकार द्वारा इस वर्ष अप्रैल माह में रबी मौसम असामयिक वर्षापात/ओलावृष्टि के कारण कृषि एवं बागवानी फसल क्षति की भरपाई हेतु कृषि इनपुट अनुदान के लिए आवेदन करने की अतिम तिथि को बढ़ाया दिया गया है. अब प्रभावित किसान 20 मई के स्थान पर 25 मई तक कृषि इनपुट अनुदान हेतु आवेदन कर सकते हैं.
कृषि मंत्री ने कहा कि अप्रैल माह में असामयिक वर्षापात/ओलावृष्टि के कारण राज्य के 19 जिलों गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चंपारण, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया, भागलपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुवनी, पूर्णियां, किशनगंज तथा अररिया के प्रतिवेदित 148 प्रखंडों में खाद्यान्न एव बागवानी फसलों को क्षति हुई थी. सरकार द्वारा इन क्षेत्रों के प्रमावित किसान को कृषि इनपुट अनुदान दिया जायेगा. इन क्षेत्रों के प्रमावित किसान कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर अब 25 मई, 2020 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. कृषि मंत्री ने बताया कि इसके लिए अब तक 4,10,638 किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया गया है.
कृषि मंत्री ने कहा कि मार्च माह में राज्य के 23 जिलों यथा पटना, नालदा, भोजपुर, बक्सर, रोहतास, भभुआ, गया, जहानाबाद, अरवल, नवादा, औरंगाबाद, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चम्पारण, दरभंगा, समस्तीपुर, मुंगेर, शेखपुरा, लखीसराय, भागलपुर, बांका, मधेपुरा तथा किशनगंज के प्रतिवेदित 196 प्रखंडो में फसल क्षति हुई थी. साथ ही, फरवरी माह में राज्य के 11 जिले यथा भागलपुर, जहानाबाद, कैमूर, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, वैशाली, बक्सर, गया, मुजफ्फरपुर, पटना तो औरंगाबाद में असामयिक वर्षा/आंधी/ओलावृष्टि होने के कारण फसल क्षति हुई थी. इन जिलों के प्रभावित किसानों को भी कृषि इनपुट अनुदान दिया जा रहा है. डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य में कोरोना जैसी विपदा की घड़ी में सरकार हमेशा किसानों के साथ खाड़ी है एवं उन्हें हरसभव सहायता करने के लिए कृतसकल्पित है.

