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सहरसा। एक तरफ बिहार सरकार हर घर जल नल योजना चला कर स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। वहीं जम्हरा पंचायत में छह साल पहले बना मिनी वाटर प्लांट की देखरेख के अभाव में बेकार हो गया। यहां लोग स्वच्छ जल के लिए लोग तरस रहे हैं।
वर्ष 2014 में स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए लगाया गया था मिनी वाटर प्लांट। उपस्थित कर्मचारी अजीत कुमार कहते हैं कि उक्त प्लांट से मात्र 22 परिवार को पानी उपलब्ध कराने के लिए नल लगाए गए हैं। लेकिन प्लांट के अंदर लगाए गए फिल्टर की उचित व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण पानी का सही फिल्ट्रेसन नहीं हो रहा है। जिसके कारण आयरनमुक्त पानी की आपूर्ति संभव नहीं है। कई जगह पाइप भी जंग खा गया है। वहीं अजीत कुमार ने विगत तीन साल से मानदेय नहीं मिलने की बात बताई। स्थानीय राधारमण सिंह, जवाहर सिंह, अभिजीत कुमार, कौशल मोहित, ऋषभ राज कहते हैं कि कभी-कभार पानी की आपूर्ति की जाती है। लेकिन वह पानी भी स्वच्छ नहीं रहता है।