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सोनवर्षा कचहरी स्टेशन पर ब्रेक वाइडिंग से कोच से धुआं निकलते देख मची अफरा-तफरी, कूदे यात्री
लेकिन तब तक ट्रेन सहरसा के लिए खुल पड़ी. यात्री दौड़कर अपनी सीट पर बैठ गये. हालांकि जिस कोच से धुआं निकल रहा था, यात्रियों ने उसे खाली कर दिया था. मेमू ट्रेन जब सहरसा आउटर सिग्नल पर पहुंची तो दूसरी बार वैक्यूम की वजह से ब्रेक वाइडिंग हो गयी. इसके बाद यात्री ट्रेन से उतरकर कोच से निकलते धुएं की खबर गार्ड व चालक को दी. इसकी सूचना कंट्रोल को भी दी गयी. गार्ड व चालक ने काफी देर तक कोच का निरीक्षण किया. ट्रेन की रफ्तार कम थी और काफी देर तक आउटर सिग्नल पर ट्रेन रुकी रही, जिससे कोच से धुआं निलकना बंद हो गया.
सोनवर्षा कचहरी स्टेशन पर करीब 20 मिनट तक ट्रेन रूकी रही. इस बीच वह कुछ यात्री कोच से नीचे उतरे और दूसरे ट्रैक पर बैठकर ट्रेन खुलने का इंतजार कर रहे थे. जब साढे बारह बजे अचानक उनकी नजरें रेल चक्का पर पडी तो देखा कि हल्का धुआं निकल रहा था. वहीं रेल विभाग का कहना है कि ब्रेक वाइडिंग में धुआं निकलने की वजह यह है कि रेल चक्का के ऊपर जब लगी रिंग में रगड होती है तो उससे चिंगारी निकलती है और धुआं उठने लगता है.
रक्सौल, बेतिया, नरकटियागंज, मधुबनी और जयनगर स्टेशनों पर लगेगी लिफ्ट
समस्तीपुर : समस्तीपुर रेल मंडल के पांच स्टेशनों के यात्रियों को साल 2020 में लिफ्ट की सुविधा मिल सकती है. रेल मंडल ने रक्सौल, बेतिया, नरकटियागंज, मधुबनी व जयनगर स्टेशन पर लिफ्ट लगाने का निर्णय किया है. हर स्टेशन पर दो लिफ्ट यात्रियों की आवाजाही के लिए लगेगी.
इससे दोनों छोर से आने वाले यात्रियों को इसका लाभ मिल सकेगा. इससे इन स्टेशनों पर यात्री सुविधा का विस्तार हो सकेगा. फिलहाल इसके लिए रेलवे की ओर से निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके बाद यहां निर्माण कार्यों की शुरुआत की जायेगी. इस लिफ्ट के निर्माण पर रेल मंडल को 2.72 करोड़ की लागत आयेगी. निविदा के बाद छह माह में इसके निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. हर लिफ्ट की क्षमता 13 यात्रियों की आवाजाही की होगी. इस राशि में लिफ्ट के साथ ही फ्लोर आदि का निर्माण कार्य भी कराया जायेगा
55 मिनट तक सहरसा-मानसी रेलखंड बाधित
समस्तीपुर-सहरसा 63350 मेमू सवारी गाडी को सहरसा आउटर सिग्नल पर दूसरी बार ब्रेक वाइडिंग किया गया. गार्ड व चालक का कहना था कि वैक्यूम की वजह से ब्रेक वाइडिंग हुआ था. वहीं ब्रेक वाइडिंग होने से करीब 55 मिनट तक आउटर सिग्नल के मेन लाइन पर ट्रेन खड़ी रही. हालांकि सिग्नल ग्रीन था. लेकिन बाद में रेड कर दिया गया. इस बीच गार्ड व चालक कई बार ट्रेन को आगे-पीछे किया. लेकिन ब्रेक वाइडिंग में चक्का जाम होने से ट्रेन आगे नहीं बढ पा रहा था. करीब 55 मिनट तक सहरसा-मानसी रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. दोपहर दो बजे के बाद ट्रेन का परिचालन शुरू हो सका.
सोनवर्षा कचहरी स्टेशन पर ब्रेक वाइडिंग से कोच से धुआं निकलते देख मची अफरा-तफरी, कूदे यात्री
लेकिन तब तक ट्रेन सहरसा के लिए खुल पड़ी. यात्री दौड़कर अपनी सीट पर बैठ गये. हालांकि जिस कोच से धुआं निकल रहा था, यात्रियों ने उसे खाली कर दिया था. मेमू ट्रेन जब सहरसा आउटर सिग्नल पर पहुंची तो दूसरी बार वैक्यूम की वजह से ब्रेक वाइडिंग हो गयी. इसके बाद यात्री ट्रेन से उतरकर कोच से निकलते धुएं की खबर गार्ड व चालक को दी. इसकी सूचना कंट्रोल को भी दी गयी. गार्ड व चालक ने काफी देर तक कोच का निरीक्षण किया. ट्रेन की रफ्तार कम थी और काफी देर तक आउटर सिग्नल पर ट्रेन रुकी रही, जिससे कोच से धुआं निलकना बंद हो गया.
सोनवर्षा कचहरी स्टेशन पर करीब 20 मिनट तक ट्रेन रूकी रही. इस बीच वह कुछ यात्री कोच से नीचे उतरे और दूसरे ट्रैक पर बैठकर ट्रेन खुलने का इंतजार कर रहे थे. जब साढे बारह बजे अचानक उनकी नजरें रेल चक्का पर पडी तो देखा कि हल्का धुआं निकल रहा था. वहीं रेल विभाग का कहना है कि ब्रेक वाइडिंग में धुआं निकलने की वजह यह है कि रेल चक्का के ऊपर जब लगी रिंग में रगड होती है तो उससे चिंगारी निकलती है और धुआं उठने लगता है.
रक्सौल, बेतिया, नरकटियागंज, मधुबनी और जयनगर स्टेशनों पर लगेगी लिफ्ट
समस्तीपुर : समस्तीपुर रेल मंडल के पांच स्टेशनों के यात्रियों को साल 2020 में लिफ्ट की सुविधा मिल सकती है. रेल मंडल ने रक्सौल, बेतिया, नरकटियागंज, मधुबनी व जयनगर स्टेशन पर लिफ्ट लगाने का निर्णय किया है. हर स्टेशन पर दो लिफ्ट यात्रियों की आवाजाही के लिए लगेगी.
इससे दोनों छोर से आने वाले यात्रियों को इसका लाभ मिल सकेगा. इससे इन स्टेशनों पर यात्री सुविधा का विस्तार हो सकेगा. फिलहाल इसके लिए रेलवे की ओर से निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इसके बाद यहां निर्माण कार्यों की शुरुआत की जायेगी. इस लिफ्ट के निर्माण पर रेल मंडल को 2.72 करोड़ की लागत आयेगी. निविदा के बाद छह माह में इसके निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. हर लिफ्ट की क्षमता 13 यात्रियों की आवाजाही की होगी. इस राशि में लिफ्ट के साथ ही फ्लोर आदि का निर्माण कार्य भी कराया जायेगा
55 मिनट तक सहरसा-मानसी रेलखंड बाधित
समस्तीपुर-सहरसा 63350 मेमू सवारी गाडी को सहरसा आउटर सिग्नल पर दूसरी बार ब्रेक वाइडिंग किया गया. गार्ड व चालक का कहना था कि वैक्यूम की वजह से ब्रेक वाइडिंग हुआ था. वहीं ब्रेक वाइडिंग होने से करीब 55 मिनट तक आउटर सिग्नल के मेन लाइन पर ट्रेन खड़ी रही. हालांकि सिग्नल ग्रीन था. लेकिन बाद में रेड कर दिया गया. इस बीच गार्ड व चालक कई बार ट्रेन को आगे-पीछे किया. लेकिन ब्रेक वाइडिंग में चक्का जाम होने से ट्रेन आगे नहीं बढ पा रहा था. करीब 55 मिनट तक सहरसा-मानसी रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. दोपहर दो बजे के बाद ट्रेन का परिचालन शुरू हो सका.
