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सहरसा के लाल आलोक कुमार बने कर्नाटक के डीजीपी, बनगांव गांव में खुशी की लहर
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सहरसा। बिहार के सहरसा जिले के बनगांव निवासी और कर्नाटक कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आलोक कुमार को डीजीपी रैंक में प्रमोशन मिला है। इसके साथ ही उन्हें कर्नाटक कारागार एवं सुधार सेवाएं विभाग (Prisons and Correctional Services) का पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे बनगांव और सहरसा जिले के लिए गर्व का विषय बन गई है।
उल्लेखनीय है कि सहरसा का बनगांव गांव देशभर में “IAS फैक्ट्री” के नाम से जाना जाता है। इस छोटे से गांव से कई IAS और IPS अधिकारी निकलकर देश की सेवा कर रहे हैं। आलोक कुमार की डीजीपी पद पर पदोन्नति के बाद गांव में खुशी का माहौल है और लोग इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बता रहे हैं।
आलोक कुमार कर्नाटक कैडर के 1994 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने अपने लंबे सेवाकाल में राज्य पुलिस के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं और ट्रैफिक एवं रोड सेफ्टी, लॉ एंड ऑर्डर, पुलिस ट्रेनिंग जैसे अहम विभागों में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। खास तौर पर बेंगलुरु–मैसूरु हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए तकनीकी उपायों और सुधारों को लागू करने के लिए वे काफी चर्चित रहे हैं।
आलोक कुमार को 10 दिसंबर 2025 को डीजीपी रैंक में प्रमोट किया गया है। उनकी यह नियुक्ति 12 सितंबर 2025 से रेट्रोस्पेक्टिव प्रभाव से लागू मानी जाएगी। उन्होंने 11 दिसंबर को औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण किया। पदभार संभालने के बाद उन्होंने जेल सुधारों, अनुशासन और अवैध गतिविधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात कही है।
उनकी इस सफलता पर बनगांव समेत पूरे सहरसा जिले में बधाइयों का तांता लगा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आलोक कुमार की उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी और यह साबित करती है कि छोटे गांव से निकलकर भी देश और राज्य के सर्वोच्च पदों तक पहुंचा जा सकता है।