
खुद को पुलिस वाला बताया और जबरन दुकानदार को कार में डालने लगे
घटना उस वक्त सामने आई जब फलका थाना का एक वाहन चालक, जो छुट्टी पर था, अपने तीन साथियों के साथ एक चार पहिया वाहन में दुकानदार को पकड़ने पहुंचा। आरोप है कि खुद को पुलिस बताकर इन लोगों ने दुकानदार को जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की। दुकानदार के शोर मचाते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर जुट गए।
ग्रामीणों ने निकली पुलिस को पकड़कर जमकर कूटा, फिर पुलिस को सौंपा
ग्रामीणों ने नकली पुलिस टीम को घेर लिया और तीन लोगों को पकड़ लिया। इस बीच एक व्यक्ति भागने में सफल रहा। पकड़े गए लोगों की ग्रामीणों ने जमकर कुटाई भी की। सूचना मिलने पर फलका थानाध्यक्ष दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया। पकड़े गए लोगों में फलका थाना का वाहन चालक भी शामिल है।
ग्रामीणों का बढ़ गया गुस्सा, रोक ली पुलिस की गाड़ी
जब पुलिस आरोपियों को लेकर थाने जाने लगी तो ग्रामीणों का गुस्सा और बढ़ गया। उन्होंने पुलिस वाहन को रोककर कड़ी कार्रवाई की मांग की। हालात को संभालने के लिए कोढ़ा सर्किल के पुलिस इंस्पेक्टर उमेश कुमार भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने के बाद स्थिति शांत हुई और पुलिस तीनों आरोपियों को थाने ले जाने में सफल रही।
पीड़ित दुकानदार ने बताई पूरी घटना
पीड़ित दुकानदार राहिल ने बताया कि चार पहिया वाहन से आए चार लोगों में से दो पहले दुकान पर पहुंचे और नाम-पता पूछा। इसके बाद बाकी लोग आए और गाली-गलौज करते हुए जबरन वाहन में बैठाने लगे। ग्रामीणों के आने पर एक आरोपी फरार हो गया, जबकि तीन पकड़ लिए गए।
अनुबंध पर तैनात था फलका थाना पुलिस का ड्राइवर
पकड़े गए आरोपियों में अमन कुमार (फलका थाना का वाहन चालक), छोटू कुमार और अमित कुमार राय शामिल हैं। फरार आरोपी का नाम ब्रजेश कुमार बताया गया है। मामले में फलका थानाध्यक्ष रवि कुमार राय ने बताया कि अमन कुमार की अनुबंध पर पिछले महीने 19 तारीख को पदस्थापना हुई थी। घटना के समय वह छुट्टी पर था और अपने साथियों के साथ इस वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित के आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।