सुपौल के कोसी अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार देर शाम एक 30 वर्षीय महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा हुआ। अस्पताल संचालक सहित सभी कर्मी मौके से फरार हो गए। मृतका की पहचान गोविंदपुर पंचायत वार्ड-8 निवासी फूलकुमार शर्मा की पत्नी राधा देवी के रूप में हुई है।
परिवार नियोजन का हुआ ऑपरेशन, फिर मौत
परिजनों के अनुसार, छह महीने पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्रतापगंज में राधा देवी का परिवार नियोजन का ऑपरेशन हुआ था। तभी से वह लगातार पेट दर्द और संक्रमण से पीड़ित थीं। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें बिचौलियों के माध्यम से कोसी अस्पताल ले गए।
ऑपरेशन के समय पेट में धागा छूटने का खुलासा
जांच के बाद अस्पताल संचालक ने बताया कि ऑपरेशन के समय पेट में धागा छूट गया है, जिससे संक्रमण फैल गया है। इलाज के नाम पर पहले 22 हजार रुपये लिए गए, फिर 20 हजार और मांगे गए। संचालक लगातार इलाज का भरोसा देता रहा, लेकिन शनिवार शाम राधा देवी की मौत हो गई।
मौत की खबर मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया और अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया
सूचना मिलते ही पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अभिषेक झा उर्फ बुलन झा मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। प्रतापगंज थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
अस्पताल निकला फर्जी, प्रशासन पर सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि कोसी अस्पताल पहले से ही फर्जी नर्सिंग होम की सूची में शामिल था। इसकी सूचना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने जिला प्रशासन को दी थी। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही और बिचौलियों की सक्रियता के कारण ऐसे फर्जी अस्पताल फल-फूल रहे हैं।
ग्रामीणों की मांग पर पुलिस जांच में जुटी
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की मांग है कि दोषी अस्पताल संचालक, बिचौलियों और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
प्रतापगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया अपनाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।