बिहार एड्स नियंत्रण समिति में कार्यरत सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को समायोजित करे सरकार - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन
मणिपुर सरकार ने की एड्स नियंत्रण समिति के सभी कर्मियों को नियमित
मणिपुर सरकार का अनुकरण कर संविदाकर्मियों के करे नियमित बिहार सरकार
ANA/S.K.Verma
पटना। आखिर,बिहार सरकार क्यों खिलवाड़ कर रही है स्वास्थ्य विभाग के बिहार एड्स नियंत्रण समिति में वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मियों की जिंदगी के साथ ? देश के मणिपुर सरकार ने एड्स नियंत्रण समिति में कार्यरत सभी संविदा कर्मियों (पदाधिकारी तथा स्वास्थ्यकर्मी) को नियमित करते हुए समायोजन किया है। यह देख बिहार के विभिन्न जिले में एड्स नियंत्रण समिति में कार्यरत सभी कर्मियों के बीच आशा की किरणे जगी है, पर बिहार सरकार आंख मूंद कर सिर्फ़ कार्य ले रही है पर मणिपुर जैसे राज्य द्वारा जनहित में संविदा कर्मियों को समायोजित करने जैसे उठाए गए क़दम का अनुकरण नहीं कर रही है। उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने मीडिया से कही। आगे डॉ वर्मा ने कहा जिस संविदा कर्मियों की बदौलत ही केंद्र सरकार एड्स को नियंत्रित करने में निरंतर सफलता हासिल कर रही है, उस कर्मियों के हितार्थ कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। डॉ वर्मा ने भारत के यशश्वी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया कि बिहार के एड्स नियंत्रण समिति में कार्यरत सभी पदाधिकारियों तथा कर्मियों को नियमित करते हुए समायोजित करें क्यों कि सभी कर्मी अल्प वेतन पाकर भी सरकार की इस योजना को सफ़ल बनाने में अपनी सक्रियता दिखाई है।