कटिहार। बलरामपुर प्रखंड में महानंदा, सुधानी के साथ नागर का पानी लगातार फैल रहा है। प्रखंड के पश्चिमी छोर पर बहने वाली महानंदा नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है। वहीं मध्य में सुधानी नदी एवं पूर्वी भाग में नागर नदी भी खतरे के निशान को छू रही है। पिछले कुछ सालों से प्रलयकारी बाढ़ से हुई तबाही का मंजर अब तक लोगों के आँखों के सामने घूम रहा है। इस बार भी फिर से कुछ वैसी ही परिस्थिति उत्पन्न होते देख लोग काफी भयभीत हैं। कई गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर चुका है। वहीं कई पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय एवं अनुमंडल मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। डटियन में ध्वस्त हो चुके डायवर्सन पर अब तक नाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है। इस वजह से लोगों का प्रखंड मुख्यालय जाना और भी दूभर हो गया है।
निचले इलाकों में तेजी से फैल रहा है पानी :
प्रखंड क्षेत्र के निचले इलाकों में तेजी से फैल रहे पानी से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। बलरामपुर- आदमपुर मुख्य सड़क भी बाढ़ की भेंट चढ़ गया है। प्रखंड के किरोरा, कमरा, सिहागांव, महिशाल, बिजौल, रामपुर हरदार, शाहपुर, शरीफनगर, बलरामपुर, लोहागडा आदि पंचायतों के गांव पानी से घिरे नजर आ रहे हैं। वहीं सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब जाने से किसानों के अरमानों पर भी पानी फिर गया है। हालांकि मंगलवार को महानंदा एवं सुधानी नदी कुछ स्थिर हुई है। संभावना जताई जा रही है कि धीरे धीरे पानी घटना शुरू हो जाएगा।
मुकम्मल तैयारी की हो रही मांग :
वर्ष 2017 एवं 2019 बाढ़ के दौरान प्रशासनिक तंत्र की असफलता के मद्देनजर इस बार जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मुकम्मल तैयारी करने की मांग की है। साथ ही इस दौरान स्वास्थ्य केंद्रों पर भी सभी तरह की दवाओं की उपलब्धता की बात कही है। इस बाबत प्रखंड प्रमुख मु अनीश उर्फ आदिल, जिला परिषद संजीव मिश्रा, निसार अहमद, जदयू प्रखंड अध्यक्ष कमल चंद्र दास, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष भरत लाल दास, जदयू युवा अध्यक्ष पंकज कुमार, मुखिया प्रतिनिधि मु. नसीब, मानिक चंद्र दास, संतोष दास, नकुल यादव आदि ने बाढ़ से प्रभावित इलाकों में अविलंब राहत पहुंचाने हेतु सु²ढ़ व्यवस्था की मांग जिलाधिकारी से की है।
प्रशासनिक स्तर पर हो रही तैयारी :
संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारी शुरु हो चुकी है। अंचलाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगातार नजर रखी जा रही है। वही प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार प्रिस ने बताया कि पानी घटने के बाद क्षतिग्रस्त ग्रामीण सड़कों को दुरुस्त करने की तैयारी की जा रही है।
