बेगूसराय. बिहार के बेगूसराय में आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रिंसिपल (Principal) की घिनौनी करतूत सामने आई है. आरोप के मुताबिकप्रिंसिपल ने शादी का झांसा देकर कॉलेज में संविदा पर नियुक्त एक महिलाकर्मी का दो साल तक यौन शोषण (Sexual Exploitation) किया. पीड़ित विधवा महिला जब गर्भवती हो गई, तो प्रिंसिपल ने शादी से इनकार कर दिया और जान से मारने की धमकी दी. पीड़िता ने महिला थाने में आरोपी प्रिंसिपल के विरूद्ध मामला दर्ज कराया है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
जिले के मुफस्सिल थानाक्षेत्र के मोहनपुर की रहने वाली पीड़िता पति की मौत के बाद आयुर्वेदिक कॉलेज में अटेंडेंट के पद पर नौकरी करने लगी.
जिले के मुफस्सिल थानाक्षेत्र के मोहनपुर की रहने वाली पीड़िता पति की मौत के बाद आयुर्वेदिक कॉलेज में अटेंडेंट के पद पर नौकरी करने लगी.
कुछ दिन बीतने के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल उमा शंकर चतुर्वेदी ने उसे अपने घर खाना बनाने के लिए आने को कहा. जब पीड़िता ने खाना बनाने से मना किया तो आरोपी ने उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी दी. नौकरी चले जाने के भय से पीड़िता ने प्रिंसिपल की बात मान ली. वह रोज सुबह शाम जाकर खाना बनाने लगी.
चाय में नशीली दवा देकर किया रेप
आरोप के मुताबिक एक दिन आरोपी ने चाय में नशीली दवा देकर पीड़िता को पिला दिया. जिसके बाद वह बेहोश हो गई. बेहोशी की हालत में प्रिंसिपल ने उसके साथ दुष्कर्म किया. तकरीबन 3 घंटे बाद जब पीड़िता को होश आया तो उसे अपने साथ हुए वाकये का एहसास हुआ. तब प्रिंसिपल ने शादी का प्रलोभन देकर उसे शांत करवा दिया. साल 2017 के अगस्त महीने से आरोपी पीड़िता का यौन शोषण करता रहा. लॉकडाउन के दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई और जब उसने इस बात की सूचना आरोपी को दी और शादी करने के लिए कहा तो आरोपी ने पहले गर्भपात कराने फिर बाद में बात नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी दी.पीड़िता के अनुसार आरोपी को इस सिलसिले में कॉलेज के एक अकाउंटेंट शंभू सिंह और पटना की एक महिला प्रोफेसर का साथ मिला है. मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. पुलिस के अनुसार पीड़िता ने आरोपी पर बलात्कार और यौन शोषण का आरोप लगाया है. महिला थाने में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
चाय में नशीली दवा देकर किया रेप
आरोप के मुताबिक एक दिन आरोपी ने चाय में नशीली दवा देकर पीड़िता को पिला दिया. जिसके बाद वह बेहोश हो गई. बेहोशी की हालत में प्रिंसिपल ने उसके साथ दुष्कर्म किया. तकरीबन 3 घंटे बाद जब पीड़िता को होश आया तो उसे अपने साथ हुए वाकये का एहसास हुआ. तब प्रिंसिपल ने शादी का प्रलोभन देकर उसे शांत करवा दिया. साल 2017 के अगस्त महीने से आरोपी पीड़िता का यौन शोषण करता रहा. लॉकडाउन के दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई और जब उसने इस बात की सूचना आरोपी को दी और शादी करने के लिए कहा तो आरोपी ने पहले गर्भपात कराने फिर बाद में बात नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी दी.पीड़िता के अनुसार आरोपी को इस सिलसिले में कॉलेज के एक अकाउंटेंट शंभू सिंह और पटना की एक महिला प्रोफेसर का साथ मिला है. मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. पुलिस के अनुसार पीड़िता ने आरोपी पर बलात्कार और यौन शोषण का आरोप लगाया है. महिला थाने में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
