समाज सेवा का ऐसा जज्बा...रात में भी गरीबों का फोन आ जाए तो नींद से जागकर पहुंचती हैं।
रिपोर्ट :-रामानंद कुमार मधेपुरा
मधेपुरा :- इंसान में अगर काम करने का जज्बा हो तो वह कुछ भी कर सकता है। आमतौर पर जब समाजसेवा का नाम आता है तो किसी पुरुष का ही नाम आता है। लेकिन मधेपुरा शहर में नया सवेरा फाउंडेशन ट्रस्ट अध्यक्ष महिला नेत्री कोमल कुमारी समाजसेवा के क्षेत्र में सराहनीय काम कर रही हैं। वे अपने पति के सहयोग से सालों से लोगों की सेवा करती आ रही हैं। जरूरतमंद परिवार काम से इतने प्रभावित हैं कि उनके पास मोबाइल नंबर हैं, जैसे ही उन्हें राशन या अन्य सामग्री की जरूरत होती है तो वे फोन कर देते हैं। एक घंटे बाद उनके घर पर सामग्री पहुंच जाती है।
लॉकडाउन के बाद तो उन्होंने दिन-रात एक कर जरूरतमंदों को घर-घर जाकर भोजन के पैकेट वितरित करवाए। गरीबों ने अगर सूखे राशन की डिमांड की तो कोमल कुमारी ने उनकी हर मांग को पूरा किया है।
कोमल कुमारी बताती है की किसी गरीब को दान देना हो या किसी गरीब बेटी की शादी के लिए डोनेशन की बात हो, ये परिवार हमेशा सहयोग किया है। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग करते रहे हैं।
गरीबों की दुआ के कारण कर रही हूं सेवाकार्य
इसी तरह मधेपुरा के पिठाही वार्ड नंबर 10 के रहने वाले मो. लूरे आलम के घर पहुंचे, परिवार में 10 लोग है, जिसमें 6 लोग दिव्यांग है, पिता टेम्पो चलाकर सबका परिवार चलाते हैं, फिलहाल वो भी अभी बीमार है, सबसे अधिक दिक्कत उनकी बेटी को देखने को मिला, भगवान उनकी हालत को अच्छा कर दे... बिल्कुल भी चल नहीं सकती है. एक फोन मेरे मोबाइल पर आया। सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि हमारे मोहल्ले में एक परिवार के पास खाने को कुछ नहीं है। फोन रखने के बाद मेरे मन में अजीब सी ठीस लगी और सोचा कि हम यहां आराम से सो रहे हैं और कुछ लोगों को भूखे पेट होने के कारण नींद तक नहीं आ रही है। इसके बाद मैंने कुछ नहीं सोचा, खाने के पैकेट कार में डाले और मोबाइल पर बताए पते पर पहुंच गया। मैंने गरीबों को खाने के पैकेट दिए तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। इस दृश्य काे देखकर मैं भी भावुक हो गयी। ऐसी दुआओं से ही मैं सेवा के काम कर पाती हूं।
