सहरसा, नगर संवाददाता
पूर्व सासंद लवली आनंद ने कहा है कि बिहरा के वर्तमान थानाध्यक्ष के कार्यकाल में संगीत और कला की पृष्ठभूमि, स्वतंत्रता सेनानियों की धरती बृहत्तर पंचगछिया आज देसी-विदेशी शराब, कोरेक्स और नशीली दवाइयों की सबसे बड़ी मंडी में तब्दील हो गई है । जहां पुलिस संरक्षा में प्रत्येक महीने करोड़ों के कारोबार होते हैं । सुपौल जिले का सीमावर्ती इलाका होने के कारण कोसी के जल मार्ग और सड़क मार्ग से यहां शराब माफियाओं का खुलेआम अवैध कारोबार जारी है । प्राप्त जानकारी अनुसार जिसमें सिर्फ बिहरा थानेदार की प्रतिदिन लाखों की प्रैक्टिस है ।पंचगछिया के प्रायः सभी तालाबों में शराब का भंडारण होता है। यहां से फर्जी डाक गाड़ी एवं एम्बुलेंस की अवैध गाड़ियों में नकली नंबर से पुलिस एस्कॉर्ट में सप्लाई और आपूर्ति का धंधा होता है। उदाहरणस्वरूप हाल ही मे सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो चुका है । उन्होंने
पुलिस अधीक्षक सहरसा , जिलाधिकारी सहरसा, आयुक्त एवं आरक्षी उप महानिरीक्षक कोशी रेंज , क्षेत्रीय आईजी, दरभंगा पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव बिहार को प्रेषित अपने पत्र में कहा है कि मुख्यमंत्री के शराबबंदी के ऐतिहासिक फैसले को पुलिस के इन मातहत अधिकारियों ने मखौल बनाकर रख दिया है । सत्तर कटैया के पूर्व प्रमुख विनोद चौरसिया की दिनदहाड़े हत्या के पीछे भी शराब माफिया और पुलिस की मिलीभगत का घिनौना खेल ही था ।
मामला आज यहां तक पहुंच चुका है कि इन सब का विरोध करने वाले लोगों को सरेआम बांधकर पीटा जाता है । उनके द्वारा दायर मुकदमे को नजरअंदाज किया जाता है , लेकिन शराब माफियाओं के इशारे पर पुलिस जनप्रतिनिधियों और सीधे-साधे लोगों पर झूठा मुकदमा दर्ज कर प्रताड़ित करती है।
पूर्व सांसद ने आगे कहा कि अब पानी सर के ऊपर से गुजर रहा है । हम किसी भी कीमत पर वीरों- बलिदानियों और कलाकारों की इस पावन धरती को शर्मशार होने नहीं देंगे । ऐसे भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों और शराब के अवैध कारोबार में संलिप्तता माफियाओं पर अगर शीघ्र और सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार किए बगैर फ्रेंड्स ऑफ आनंद जुलाई के प्रथम सप्ताह में 5000 महिलाओं के साथ जिला मुख्यालय का घेराव करेगी करेगा ।
