Bihar News: पूर्णिया जिले के रघुवंशनगर थाना क्षेत्र के औरलाहा पंचायत के बालूटोल नवटोलिया गांव में 12 साल के सोनू की हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया है. सोनू छह दिन से लापता था और जब सच्चाई सामने आई तो गांव दहशत और हैरानी में डूब गया. जांच में पता चला कि उसके ही छह दोस्तों ने उसे अगवा कर मौत के घाट उतार दिया.
150 रुपए की चिलम चोरी का आरोप
सोनू के पिता अशोक चौधरी मजदूरी के लिए मुंबई रहते हैं. उन्होंने बताया कि गांव में गलत संगत की वजह से सोनू को चिलम की लत लग गई थी. इसी दौरान गांव के किशोरों ने उस पर 150 रुपए की चिलम चोरी का आरोप लगाया. इसी बात को लेकर नाराज दोस्तों ने साजिश रच डाली.
खेत में ले जाकर की बेरहमी से पिटाई
30 अगस्त की शाम सोनू को उसके दोस्त खेलने के बहाने खेत की ओर ले गए. वहां उसे जंजीर से बांध दिया गया और बुरी तरह पीटा गया. पिटाई से सोनू की मौत हो गई. मासूम की लाश को छुपाने के लिए आरोपियों ने पहले नमक छिड़ककर नींबू के पेड़ के नीचे गाड़ दिया. बाद में शक होने पर शव को निकालकर गांव से कुछ दूरी पर 4 फीट गहरे गड्ढे में दोबारा दफनाया.
गुमशुदगी से हत्या तक पहुंची पुलिस
सोनू की गुमशुदगी की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच तेज की. परिजनों के शक के आधार पर जब एक किशोर को हिरासत में लिया गया तो उसने हत्या की साजिश का पूरा राज खोल दिया. इसके बाद पुलिस ने बाकी पांच आरोपियों को भी पकड़ लिया. पूछताछ में सभी ने अपराध कबूल कर लिया.
पुलिस की कार्रवाई और गांव में मातम
रघुवंशनगर थानाध्यक्ष शिशुपाल कुमार ने बताया कि सभी नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पूर्णिया GMCH भेजा गया. इस घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है. लोग यकीन नहीं कर पा रहे कि खेल के साथी ही मौत के सौदागर बन जाएंगे.