उनका कहना है कि उन्हें साइबर अपराधी द्वारा इस प्रकार डिजिटल अरेस्ट के घटनाओं की जानकारी समाचार पत्रों व अन्य न्यूज चैनलों के माध्यम से नहीं मिली होती तो निश्चित ही वो भी इसके शिकार हो सकते थे।
साइबर ठगाें ने सलखुआ पीएचसी को भेजा था मेल
21 अगस्त काे साइबर ठगाें ने सलखुआ प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को एक फर्जी मेल भेजा था। यहां चाइल्ड पोर्नग्राफी को लेकर एक फर्जी मेल पीएचसी को भेजा गया। इसमें चौबीस घंटे के अंदर उसका जवाब मांगा गया था। यह मेल सीबीआई कोर्ट के नाम से भेजा गया, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। बाद में पता चला कि ई-मेल फर्जी है। तब जाकर विभाग के लोगों ने राहत की सांस ली थी।
सहरसा के एक चिकित्सक से वसूल चुके हैं 74 लाख
इससे पहले, साइबर ठगों ने ईडी का अधिकारी बनकर सहरसा जिला के सौरबाजार के रहने वाले एक चिकित्सक को अपने जाल में फंसा लिया था। चिकित्सक एनएमसीएच से सेवानिवृत हुए थे। उन्हें साइबर ठग ने ईडी का अधिकारी बनकर फोन किया।
कहा गया कि आपके पास आय से अधिक संपत्ति है। दो दिनों तक उस चिकित्सक को पटना के एक होटल में डिजिटल अरेस्ट रखा और उनके गहने गिरवी रखवाकर उनसे 74 लाख रुपए की ठगी कर ली थी। यह मामला बीते साल छह दिसंबर का है। चिकित्सक को सहरसा से पटना बुलाकर इस ठगी को अंजाम दिया गया था।